क्राइमन्यूज़राज्य

Love Jihad: इस बार लव जिहाद की शिकार हुई एकता, शाकिब ने अमन बन छह महीने तक रचा प्यार का खेल हकीकत सामने आने पर कर दी हत्त्या

बड़ी खबर उत्तर प्रदेश के मेरठ से,

शाकिब ने अमन बनकर एकता को फसाया,

खुलासा हुआ तो पंजाब से मेरठ ला कर दी साजिशन हत्या

मेरठ के दौराला पुलिस ने बिना सिर और हाथ के मिली लाश का एक साल बाद सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक पंजाब के लुधियाना की बी.कॉम छात्रा को अमन बनकर मेरठ के शाकिब ने प्रेमजाल में फंसाया था। छात्रा उसके झांसे में आकर घर से 25 लाख रुपये की ज्वैलरी लेकर फरार हो गई,

मेरठ आकर अमन के शाकिब होने का भांडा फूटा तो आरोपी ने ज्वैलरी हड़पने के लिए छात्रा को जान से मार डाला। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफतार किया है। तीन-चार अन्य युवक भी हिरासत में हैं,

वहीं दूसरी और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद वापस लौटते समय आरोपी ने पुलिसकर्मियों से पिस्टल छीन कर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी जिसमें सुधीर मलिक नामक सिपाही घायल हो गया।

घटना के तुरंत बाद सीओ दौराला जितेंद्र सरगम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मोर्चा संभालते लिया। दोनों और फायरिंग में हत्यारोपी शाकिब को पैरों में चार गोली लगी है,

 

गायब था युवती का सिर और हाथ

सीओ जितेंद्र सरगम ने बताया कि कि 13 जून 2019 को लोईया गांव में सबी अहमद के खेत में पड़ोसी ईश्वर पंडित ने कुत्ते को इंसान का एक हाथ मुंह में लेकर भागते हुए देखा। जब गन्ने का खेत खुदवाया गया तो वहां से एक युवती की लाश बरामद हुई। उसका सिर और एक हाथ गायब था। युवती की पहचान नहीं हो पाई। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी,

 

एक साल की मेहनत के बाद ऐसे मिली सफलता

सीओ जितेंद्र सरगम ने बताया, हमने इस मामले में डिस्ट्रिक क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में मिसिंग मामले दिखवाए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली,

एसएसपी अजय कुमार साहनी के निर्देशन व सीओ सरगम के नेतृत्व में एक टीम को इस काम में लगाया गया कि लोईया गांव के कौन-कौन लड़के बाहर काम करते हैं। वे जहां-जहां काम करते थे, वहां-वहां के थानों में मिसिंग केस दिखवाए गए,

 

  • आखिरकार पंजाब में जाकर पुलिस को सफलता मिली,
  • सीओ ने कहा, एक साल की मेहनत के बाद पुलिस आखिर उस युवती तक पहुंच गई जो लापता थी,
  • 23 वर्षीय युवती की पहचान लुधियाना में मोतीनगर थाना क्षेत्र निवासी के रूप में हुई,

ईद पर घर आते ही भांडा फूटा

सीओ जितेंद्र सरगम के अनुसार, युवती बीकॉम की छात्रा थी। मेरठ के लोईया गांव का शाकिब वहां पर नौकरी करता था। उसने वहां अपना नाम अमन बता रखा था। शाकिब उर्फ अमन ने युवती को प्रेमजाल में फंसा लिया। मई में दोनों लुधियाना से फरार हो गए,

युवती अपने साथ करीब 25 लाख रुपये की ज्वैलरी ले आई। दोनों करीब एक महीना तक दौराला में किराए के मकान में रहे। पिछले साल ईद वाले दिन शाकिब उसे अपने घर लेकर पहुंचा। यहां छात्रा को पता चला कि वह अमन नहीं शाकिब है,

नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर गला रेता, हाथ-सिर दूसरी जगह फेंका

भांडा फूटते ही दोनों में लड़ाई शुरू हो गई। शाकिब उर्फ अमन उसे घुमाने के लिए घर से बाहर ले आया। ईद वाली रात के 9 बजे उसने कोल्डड्रिंक में नशीली दवा मिलाकर छात्रा को पिला दी। वह बेहोश हो गई। इसके बाद खेत पर लेकर पहुंचा और गला काटकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए उसने सिर और हाथ को कहीं और फेंक दिया,

News by digital sources…

 

खबर से जुडी कुछ और जानकारी

लुधियाना के अच्छे व्यापारी परिवार की बेटी एकता देशवाल, बीकॉम,प्रथम श्रेणी में पास थी और सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ रही थी ! एक दुकान में काम करने वाला नौकर , मोहम्मद साकिब,जो रु 4000/- महीना कमाता था, आठवीं फेल था !… उसने अपना धर्म हिन्दू और नाम ‘अमन’ बताते हुए एकता देशवाल को अपनी आशिकी में फसा लिया !.. साकिब… एकता देशवाल को भगा कर ले जाने में सफल हो गया ! मोहम्मद साकिब ने एकता को उसकी माँ के 25 लाख के जेवर चोरी करके… साथ भागने के लिए भावनात्मक रूप से विवश कर दिया
अब यह कहानी सब जानते हैं कि एकता ने एक हाथ पर ‘अमन’.. दूसरे हाथ पर ‘एकता’ गुदवा लिया… भागने के बाद साकिब…एकता को यूपी के दौराला ले आया… एक महीने तक किराए के मकान में अमन बने हुए… साकिब ने एकता का जमकर दैहिक शोषण किया ! जब ईद आयी तो अमन उर्फ साकिब एकता को अपने घर लेकर पहुंचा…. राजफाश हुआ कि अमन हिन्दू नहीं… मुस्लिम है,असली नाम, मोहम्मद साकिब है !…. साकिब के परिजनों ने 25 लाख के जेवर रखवा कर एकता से कहा कि एकता को मुस्लिम बनकर मोहम्मद साकिब से निकाह करना होगा… जिसे एकता ने नकार दिया और लुधियाना वापस जाने की जिद्द करने लगी… मोहम्मद साकिब और उसके परिजनों ने एकता की हत्या कर शव को टुकड़े-टुकड़े कर दिया… सिर… दोनों हाथों और धड़ को अलग अलग स्थानों पर ठिकाने लगाया गया….
शव के हिस्से कैसे कुत्तों के हाथ लग गए… यूपी पुलिस ने कैसे केस को साल्व किया… जिसमे एक वर्ष का समय लगा…. यह सब अखबारों और फेसबुक में उपलब्ध है…. मगर आठवी फेल मोमिन किस प्रकार एक हिन्दू उच्च परिवार की मेधावी आधुनिक उच्च शिक्षित कन्या को फसाने- पटाने- भगाने में सफल हो गया… यह आपने में एक दुर्दान्त उदाहरण है !
एकता के परिजन… एकता के घर से भागने और 25 लाख के जेवर का गम..दिल पर पत्थर रखकर झेल गए…. परंतु वह एकता के फेसबुक अकाउंट पर नज़र रखे रहे ! इस तथ्य का अनुमान आठवी फेल साकिब को था ! एकता की हत्या के बाद भी वह एकता का फेसबुक अकॉउंट चलाता रहा और एकता के पुराने और घर से भागने के बाद और हत्या से पूर्व के फोटो एवं नई नई पोस्टें डालता रहा ! एकता के परिजन यह समझते रहे कि बेशक बेटी भाग गई मगर ज़िंदा तो है … इसलिए उन्होंने लुधियाना पुलिस पर एकता को ढूढने के लिए ज़्यादा ज़ोर नहीं डाला !

 

अपने बच्चो पर जरूर ध्यान दे

बेटियों को प्यार करें… उन्हें बेटों से भी ज़्यादा स्नेह और अधिकार दें… मगर उसकी संगति, व्यवहार, मूवमेंट और मोबाइल पर निगाह अवश्य रखें…

Please follow and like us:

AKHIL CHAUHAN

K7NEWS Is a Web News Channel with 24x7 Live streaming , Our Website Link is https://www.k7news.in

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error

Enjoy this blog? Please spread the word :)